दिल्ली के पीतमपुरा के कोहाट एंक्लेव इलाके से एक घटना सामने आई है, जहां 70 साल के बुजुर्ग महेंद्र सिंह तलवार और उनकी 68 साल की पत्नी दलजीत सिंह की गला घोंटकर हत्या कर दी गई. वारदात का पता सुबह उस वक्त चला जब महेंद्र सिंह का ड्राइवर उनके घर पहुंचा और दरवाजे की घंटी बजाई, लेकिन किसी ने दरवाजा नहीं खोला. ड्राइवर ने इस बिल्डिंग से सटे हुए दूसरी बिल्डिंग में रहने वाले महेंद्र के दोनों बेटे मनप्रीत और चनप्रीत को मामले की जानकारी दी.

इसके बाद दोनों बेटे वहां पहुंचे और दरवाजा खोल कर देखा तो अंदर उनकी मां और पिता की लाश अलग-अलग कमरे में पड़ी थी. उनके गले में रस्सी बंधी हुई थी. इससे पता लगा कि दोनों की हत्या गला घोंटकर हत्या की गई है. दरअसल महेंद्र सिंह और उनकी पत्नी दलजीत अकेले ही पूरे मकान में रहते थे. उनके दोनों बच्चे घर से सटी हुई दूसरी बिल्डिंग में रहते थे. महेंद्र बीमार रहते थे तो उनकी मदद करने उनको टॉयलेट ले जाने के लिए एक अटेंडेंट रखा गया था, जो 3 दिन पहले काम छोड़कर चला गया और अपनी जगह एक दूसरा अटेंडेंट उसने रखवा दिया.

सोने के जेवरात भी गायब

हत्या के बाद से वह अटेंडेंट फरार है. वह अटेंडेंट दो दिन पहले के सीसीटीवी में सुबह 5:00 बजे घर से जाता हुआ नजर आ रहा है. पुलिस को शक है कि इसी अटेंडेंट ने बुजुर्ग दंपति की लूट के इरादे से हत्या की है. क्योंकि कमरे के अंदर की सारी अलमारियां खुली हुई हैं. सामान बिखरा हुआ है और महिला के शरीर से सोने के जेवरात भी गायब हैं. रिश्तेदारों का कहना है कि शुरुआती तौर पर लूटपाट के इरादे से अटेंडेंट के ऊपर ही हत्या का शक जा रहा है.

पुलिस मामले की जांच में जुटी

जानकारी मिलते ही दिल्ली पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए. FSL की टीम को भी बुलाया गया. सीसीटीवी के जरिए जांच की जा रही है कि कातिल कौन था और कत्ल में कितने लोग शामिल थे और क्या वाकई यह हत्या लूटपाट के इरादे से अटेंडेंट ने ही की है. पुलिस इन तमाम सवालों के जवाब तलाश रही है और फरार अटेंडेंट की भी तलाश कर रही है. महेंद्र सिंह का कपड़े का कारोबार था और उनके बीमार होने के बाद से उनके दोनों बेटे इस कारोबार को आगे बढ़ा रहे थे.